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झुग्गियों में रहने वालो की व्यथा ना पूछिये 
जिनका ना कोई रोजगार ना ठिकाना है 
गर्मी हो ,सर्दी हो ,चांहे बरसात हो 
फुटपाथो पर ही जीवन जिनको बिताना है 
कैसे हो जुगाड़ दो रोटियों का ,और तन 
जिनको फ़टे चिथड़ों से छिपाना है 
ये है तस्वीर उन भारत के लोगो की 
बहुत कठिन जिनके कष्ट मिटाना है 
                        शालिनी शर्मा 

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