तुम जिन्दगी में आये भूचाल आ गया
खुशियों का देखो जैसे मेरी काल आ गया
जब भी बाजार जाती बाये करके लोट आती
कीमत में चीजो की बहुत उछाल आ गया
खुशियों ---------------
घी ,तेल ,दूध ,चपाती चाह कर ना भूल पाती
गृहस्ती के झंझटो का जंजाल आ गया
खुशियों ----------------
दो बेटियां थी प्यारी सबकी थी वो दुलारी
पर फिर से जिन्दगी में एक लाल आ गया
खुशियों -----------------
शालिनी शर्मा
खुशियों का देखो जैसे मेरी काल आ गया
जब भी बाजार जाती बाये करके लोट आती
कीमत में चीजो की बहुत उछाल आ गया
खुशियों ---------------
घी ,तेल ,दूध ,चपाती चाह कर ना भूल पाती
गृहस्ती के झंझटो का जंजाल आ गया
खुशियों ----------------
दो बेटियां थी प्यारी सबकी थी वो दुलारी
पर फिर से जिन्दगी में एक लाल आ गया
खुशियों -----------------
शालिनी शर्मा
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