तस्वीर बना कर तेरी
हमने मिटा दी तब
तूने नजर उठा के
देखा ही नही जब
रुसवाइयों की परवाह ना की
तेरे हो गये
जज्बात बेरुखी से जख्मी
मेरे हो गये
पत्थर की मूर्ति में जान आती ही है कब
पत्थर ने दिल के आइने को
चूर कर दिया
इजहारे मुहब्बत को
ना मन्जूर कर दिया
तुझमें वफा को ढूढ़ना बेकार हुआ सब
तूने नजर- - - - -
शालिनी शर्मा
हमने मिटा दी तब
तूने नजर उठा के
देखा ही नही जब
रुसवाइयों की परवाह ना की
तेरे हो गये
जज्बात बेरुखी से जख्मी
मेरे हो गये
पत्थर की मूर्ति में जान आती ही है कब
पत्थर ने दिल के आइने को
चूर कर दिया
इजहारे मुहब्बत को
ना मन्जूर कर दिया
तुझमें वफा को ढूढ़ना बेकार हुआ सब
तूने नजर- - - - -
शालिनी शर्मा
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