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जिन्दगी है अगर धोखा ,तो ये विश्वास भी है
कहीं पर बहता दरिया है ,तो कहीं प्यास भी है
जिंदगी से यहाँ मायूस होकर बैठने वाले
जिंदगी जी दोबारा, बाकी अभी एक आस भी है
नमस्कार दोस्तों
जिन्दगी से कभी नाराज मत होइयेगा क्योंकि ये वो नियामत है जो रोज नही मिलती ,जिंदगी अच्छी ही होती है ,दुःख तो आते जाते रहते है , ये हमारा अपना नजरिया है की हम उसे कैसे जीते हैं ,जिन्दगी जीने का नजरिया हमारी सोच पर ,हमारी परिस्थितियों पर ,हमारी परवरिश पर ,हमारे आसपास के माहौल पर ,हमारे संसाधनों पर निर्भर करता है
परदेस जायेगें पिया, मैंने सुना जबसे
हरपल तुम्हारे बिन मेरा, सदियों सा कटेगा
कोई बाटना भी चाहे, मेरा दुःख ना बटेगा
एकांत भायेगा, रहूंगी दूर मैं सबसे
नैनो की ----------------
क्यों छोड़ के जाने का मुझे ,फैसला लिया
किस बात की नाराजगी ,क्या दिल पे ले लिया
मत जाओ पिया, लड़ना छोड़ा लो मैंने अबसे
नापाक शत्रु छू रहा है, माँ का गिरेबाँ
रक्षा करो मेरी , मुझे बुला रही है माँ
दुश्मन को खदेडू ,दुआ करो यही रब से
नैनो की ----------------
जीवन दोपहरी सा उमस अंगार भरेगा
पर पत्नी हूँ सैनिक की ये तो सहना पड़ेगा
जाओ विजय पाओ ,सुमन बरसाऊँगी नभसे
नैनो की गगरिया ना सजना छलकेगी अबसे
शालिनी शर्मा
जिन्दगी खेल है ,जुआ है और दांव भी है
जिंदगी है मिलन कहीँ ,कहीं अलगाव भी है
कहीं खुशियों की घड़ी ,दुःख का पर बिखराव भी है
कहीं उलझन है रिश्तों की ,कहीं सुलझाव भी है
कहीं है फूल संग खुशबू ,कहीं मुरझाव भी है
कहीं नम आँखों में सैलाब ,पर छिड़काव भी है
कहीं बहती नदी जीवन ,कहीं ठहराव भी है
कहीं सच्ची मोहब्बत है ,कहीं बहलाव भी है
शालिनी शर्मा
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