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HINDI
POEMS
वो फूल क्या हुए सितारे कहां गये
दिलकश हंसी थे जो नजारे कहां गये
विष का इलाज विष है सबको पता यहां
वो लोग जो जहर को उतारे कहां गये
तूफान की चेतावनी जो दे दे मांझी को
वो सायरन,वो यन्त्र सारे कहां गये
आँसू नही दवायें इस मर्ज की तेरे
उपचार करने वाले सहारे कहां गये
गुलशन जला के पूछा उसने ये प्रश्न सबसे
जो आग को बुझा दे फव्वारे कहां गये
शालिनी शर्मा
वो फूल क्या हुए सितारे कहां गये
दिलकश हंसी थे जो नजारे कहां गये
विष का इलाज विष है सबको पता यहां
वो लोग जो जहर को उतारे कहां गये
तूफान की चेतावनी जो दे दे मांझी को
वो सायरन,वो यन्त्र सारे कहां गये
आँसू नही दवायें इस मर्ज की तेरे
उपचार करने वाले सहारे कहां गये
गुलशन जला के पूछा उसने ये प्रश्न सबसे
जो आग को बुझा दे फव्वारे कहां गये
शालिनी शर्मा
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