दोहे भारत देश ,शालिनी शर्मा

दोहे
नमस्कार दोस्तों 
मुझे नही पता था कि आपको मेरे दोहे इतने पसन्द आ रहे हैं कोशिश करती हूँ कि नये नये विषय का चयन करके,नये भावों को सजा कर कुछ लिख सकूं कुछ पारिवारिक वीडियो जो भाई की शादी की पच्चीसवी सालगिरह के हैं अपलोड़ किये हैं देखियेगा और लेखन को स्नेह और आशीर्वाद दीजियेगा



भारत देश महान है,क्या नहीं इसके पास
चारो ऋतुओं का नहीं,जग में कहीं प्रवास

हमसे बढ़कर क्या कहीं,योद्धा और बलवान 
कहीं नहीं है वेद सा,गीता जैसा ज्ञान
         
भारत में उल्लास है,बिखरा है सद्भाव
बहुत भिन्नता है मगर,फिर भी दिखे जुड़ाव    

कितना विकृत बना दिया,भारत का इतिहास 
गौरवशाली देश की,समझो पीड़ा,त्रास
                 शालिनी शर्मा













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