दोहे शालिनी शर्मा

शालिनी शर्मा की कविता


 भारतीय सेना विश्व की सबसे बहादुर सेना है
जय हिन्द 
जय हिन्द 
कुछ गलती की माफिया, होती नहीं जनाब |
उजड़ी मांगो का उसे,अच्छा दिया जवाब ||
                        
हिन्दु  धर्म में नारियों,को मिलता सम्मान |
मिटे हमेशा वो यहाँ,जो करते अपमान ||

रावण,तो जलता यहाँ,आज भी वर्षो बाद |
दुर्योधन,कीचक मिटे,तुम रखना ये  याद||

भारत की नारी सदा, है भारत का मान |
लेने  देगें  हम भला, धमकी देकर जान ||

भारत  में घुस कर  सदा,रहे बहाते खून |
आतंकी को मार कर,सबको मिला सुकून
                      
सैनिक मेरे देश का,है सबसे जांबाज़ |
हर भारतवासी करे,इन वीरो पर नाज़ ||

सजग प्रहरियों से घिरा,है ये भारत देश |
आँख दिखा मत पाक तू,भेज दिया संदेश ||
                       
घुटनो पर आकर गिरा,कायर पाकिस्तान |
आतंकी सब देख लें,क्या है हिन्दुस्तान ||

सेना हिन्दुस्तान की,रखती है ये ध्यान |
उनकी जनता का कहीं,जरा न हो नुकसान ||

पीओके वापस करे,ब्लूच करे आजाद |
पूरी दो शर्ते करे,तब छोड़ो आबाद ||

सुनिए पीएम जी जरा,ब्लूचों की फरियाद ||
क्या होगा उनका वहाँ,रण रुकने  के बाद
                     शालिनी शर्मा


 कैसे कैसे लोग हैं,कैसी इनकी सोच |
देश अहित मत बोलिए,करिये कुछ संकोच ||

भीतर जो गद्दार हैं,जो करते बकवास |
समझो रण की नीतियां,होती हैं कुछ खास ||
                       
आजादी अभिव्यक्ति की,है मौलिक अधिकार |
देश विरोधी बोल पर,तय करते गद्दार ||

कहीं भी कुछ न बोलिए, करिये   प्रथम विचार |
भारत हित का ध्यान तो ,रखती है सरकार ||

मोदी जी ने देश का,ऊँचा किया है भाल |
उनके शासन को कहो,सबसे स्वर्णिम  काल |

जंग अगर न रोकते,क्या होता अन्जाम |
परमाणु हथियार से,होता युद्ध विराम ||

आतंकी करतूत का,देकर उसे जवाब |
समझाया मत देखना,हमसे रण का ख्वाब ||
                               शालिनी शर्मा 






Comments